भोपाल। मंडल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी के मार्गदर्शन में तथा वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त के निर्देशन में यात्रियों की सुरक्षा और बच्चों की तस्करी (चाइल्ड ट्रैफिकिंग) जैसी गंभीर सामाजिक समस्या के विरुद्ध रेल सुरक्षा बल (RPF) द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में आउट पोस्ट नर्मदापुरम स्टेशन पर एक विशेष अभियान संचालित किया गया। इस अभियान का नेतृत्व उप निरीक्षक  संतोष पटेल द्वारा उनकी टीम के साथ किया गया। प्लेटफॉर्म क्रमांक 01 व 02, गाड़ी संख्या 11057 एवं 22537, टिकट बुकिंग काउंटर के समीप, प्रतीक्षालय तथा सर्कुलेटिंग एरिया में कुल लगभग 35 यात्रियों को जागरूक किया गया। यात्रियों को समझाया गया कि यात्रा के दौरान यदि कोई बच्चा अकेला, भयभीत अथवा संदेहास्पद स्थिति में दिखाई दे, या कोई व्यक्ति बाल श्रम के लिए बच्चों को ले जा रहा हो, तो यह चाइल्ड ट्रैफिकिंग के अंतर्गत आता है और इसे गंभीर अपराध माना जाता है।


चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर कॉल करें
आरपीएफ द्वारा यात्रियों को सूचित किया गया कि ऐसी स्थिति में वे तुरंत नजदीकी आरपीएफ पोस्ट को सूचित करें या चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर कॉल करें। आरपीएफ द्वारा तत्काल बच्चों का रेस्क्यू किया जाएगा और विधिसम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। यात्रियों को यह भी आश्वस्त किया गया कि उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी और सूचना देने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी। 


रक्षा और सुरक्षित यात्रा वातावरण सुनिश्चित करने  महत्वपूर्ण कदम 
रेलवे द्वारा संचालित यह अभियान समाज में बचपन की रक्षा और सुरक्षित यात्रा वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आरपीएफ की यह पहल यात्रियों और आमजन को सजग बनाकर चाइल्ड ट्रैफिकिंग जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से समाप्त करने में सहायक सिद्ध हो रही है।