नई दिल्ली। टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड ने मध्य प्रदेश के नीमच में 431 मेगावाट पीक क्षमता की सौर परियोजना विकसित की है। यह परियोजना देश की हरित ऊर्जा क्षमता को बढ़ावा देने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक अहम कदम है। इस परियोजना की खास बात यह है कि इसमें सिंगल-एक्सिस ट्रैकर और बाई-फेशियल ग्लास-टू-ग्लास सोलर मॉड्यूल का इस्तेमाल किया गया है, जो सूरज की दिशा को ट्रैक करते हैं और ज़मीन से वापस आने वाली रोशनीको भी उपयोग में लेते हैं। इससे बिजली उत्पादन में कम से कम 15 फीसदी की बढ़ोतरी होती है। यह प्रोजेक्ट 'सॉल्यूशन्स फॉर पावर प्रोड्यूसर' कैटेगरी में शामिल था और इसे 17 महीनों के भीतर पूरा कर लिया गया। यह सोलर प्लांट 2,000 एकड़ में फैला है और इसमें 7,65,408 बाई-फेशियल ग्लास-टू-ग्लास सोलर पैनल लगाए गए हैं।