.भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार एवं राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड के मध्य हुए सहकार्यता अनुबंध के बाद तीन माह के भीतर सांची दूध और दूध उत्पाद उत्तरप्रदेश में भी विक्रय के लिए पहुंच चुका है। बताया जाता है कि सांची दूध और दूध उत्पद की मांग मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों में सर्वाधिक हो रही है। 
जानकारी के अनुसार एमपी स्टेट कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड (एमपीसीडीएफ) भोपाल से संबद्ध बुंदेलखण्ड दुग्ध संघ सागर कार्यक्षेत्र का विस्तार करते हुए महोबा उत्तरप्रदेश में सांची दूध एवं दुग्ध उत्पादों के विक्रय के आउटलेट की शुरूआत की गई। जिसका उद्घाटन बुंदेलखण्ड दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  संजय कुमार यादव ने फीता काटकर किया है।


- दुग्ध उत्पादकों से दूध क्रय दरों में वृद्धि
एमपी स्टेट कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड (एमपीसीडीएफ) भोपाल से संबद्ध बुंदेलखण्ड दुग्ध संघ अंतर्गत दुग्ध समितियों के दुग्ध उत्पादकों से क्रय किए जाने वाले दूध क्रय दर में फिर से एक बार वृद्धि की गई है, दुग्ध उत्पादकों से रूपए 820 प्रति किग्रा फैट से दूध क्रय करने का निर्णय लिया गया है, जो 21 जुलाई 2025 से प्रभावशील हो गया है। संघ अंतर्गत दुग्ध उत्पादकों को नियत तिथियों 5 तारीख, 15 तारीख और 25 तारीख में अनिवार्य रूप से भुगतान भी किया जा रहा है। संघ द्वारा दूध क्रय दर में वृद्धि करने एवं निर्धारित तिथियों में भुगतान अनिवार्य करने पर दुग्ध उत्पादकों में खुशियों की लहर दौडने लगी है। बुंदेलखण्ड दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संजय कुमार यादव ने बताया कि इस वृद्धि का प्रत्यक्ष लाभ सभी पशुपालकों को भी मिल सकेगा।


राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड द्वारा प्रबंधन एवं संचालन हाथ में लेने के बाद उपलब्धियां
 

- सांची ब्राण्ड की विश्वसनीयता को बनाये रखने के लिये ग्वालियर तथा जबलपुर दुग्ध संघों के दुग्ध उत्पादकों की लंबित राशियों का भुगतान किया गया। इसके परिणाम स्वरूप ग्वालियर दुग्ध संघ और जबलपुर दुग्ध संघ का दुग्ध संकलन बढा है।
 

-दुग्ध संघों द्वारा दूध खरीद मूल्यों में वृद्धि की गई।
 

-दुग्ध उत्पादकों को दूध मूल्य का भुगतान महीने की 5 तारीख, 15 तारीख और 25 तारीख को निर्धारित किया गया।
 

-दुग्ध संघों में नई दुग्ध सहकारी समितियों का गठन किया गया जिनके माध्यम से दुग्ध उत्पादको को सहकारी डेयरी प्रणाली से जोड़ा गया।
 

-एमपीसीडीएफ तथा सहकारी दुग्ध संघों की गतिविधियों के एण्ड टू एण्ड डिजीटाईजेशन की ओर कदम बढ़ाते हुए दुग्ध संघों में ईआरपी क्रियान्वयन प्रारंभ किया गया।
 

-इंदौर दुग्ध संघ से मोबाइल एप प्रारंभ किया गया है।